इस आर्टिकल में क्या है?
नमस्कार दोस्तों, पिछले 3 से 4 सालों में Ai यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बड़ी ही तेज़ी से विकसित हुई है । हर क्षेत्र में AI का जलवा देखने को मिल रहा है । ऐसे कई काम जिन्हें आम इंसान कई घण्टों में कर पाता है, AI की मदद से चंद सेकंड्स में हो रहे हैं । उदाहरण के लिए अगर आप कोडिंग की मदद से कोई सॉफ़्टवेयर बनाना चाहते हैं जो आपकी किसी तरह से मदद कर सके, तो आपको सबसे पहले कोडिंग सीखनी होगी, सॉफ़्टवेयर टेस्ट करना होगा । लेकिन AI के माध्यम से यही काम आप कुछ ही मिनटों में कर सकते हैं।
यह तो केवल एक उदाहरण है, आर्टिफिशियल तकनीक के माध्यम से आप मुश्किल से मुश्किल काम भी बहुत ही आसानी से कर सकते हैं । अब जो व्यक्ति AI को जानना चाहता है, उसका यह समझना अत्यंत आवश्यक है कि आख़िर Ai काम कैसे करता है । इस आर्टिकल में विस्तार से आपको आसान शब्दों में AI के काम करने की विधि को समझेंगे ।
आइए जानें AI कैसे काम करता है
जब मशीन किसी काम को इंसानों की तरह सोच समझ के करने लगे तो वो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहलाता है । अन्य शब्दों में आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को बनावटी या कृत्रिम तरीक़े से तैयार की गई बौद्धिक क्षमता भी कह सकते हैं।
AI एक अत्यंत जटिल टेक्नोलॉजी है लेकिन ये कैसे काम करता है, ये समझना इतना भी मुश्किल नहीं है ।
किसी भी क्षेत्र में AI का इस्तेमाल करने के लिए पहले आपको विस्तार से यह समझना होगा कि ज़रूरत क्या है, यानी AI को कौन सा काम करना होगा । इसके बाद नियम तैयार किए जाते हैं जिनसे algorithm तैयार किए जाते हैं । फिर algorithm के ज़रिए AI मॉडल को विभिन्न डेटासेट से ट्रेन किया जाता है । अलग अलग डेटा से AI मॉडल को ट्रेनिंग दी जाती है । ऐसा करने से AI मॉडल आसानी से संबंधित कार्य को अत्यंत तीव्रता के साथ कर देता है ।
AI डेटा के माध्यम से मशीन लर्निंग के ज़रिए सीखता है। जितना ज़्यादा डेटा आप देते जाएँगे, AI की सोचने समझने की क्षमता उतनी ही ज़्यादा बढ़ती जाती है।
उदाहरण के लिए ChatGPT को ही ले लीजिए, जैसे जैसे इस AI Tool का इस्तेमाल ज़्यादा से ज़्यादा लोगों ने किया, ChatGPT और बेहतर होता चला गया । ऐसा इसलिए हुआ कि लाखों लोगों से की गई बातचीत से वो और सीखता चला गया और अपनी आउटपुट में सुधार करता चला गया।
AI Model क्या होता है ?
AI model एक ऐसा प्रोग्राम है तो एक या एक से ज़्यादा ऐल्गॉरिदम का इस्तेमाल कर के पैटर्न ढूँढता है, भविष्यवाणियाँ कर सकता है और बिना किसी इंसान की मदद लिए हुए निर्णय के सकता है । AI मॉडल को काम करने के लिए डेटासेट की आवश्यकता होती है । सही डेटासेट के माध्यम से AI मॉडल की जितनी ज़्यादा training की जाएगी वो उतने ही बेहतरीन result दे पायेगा ।
Algorithm क्या है?
Algorithm निर्देशों या नियमों का एक समूह है जो मशीनों को सिखाने, डेटा का विश्लेषण करने और उस ज्ञान के आधार पर निर्णय लेने में सक्षम बनाता है
ये हैं कुछ प्रमुख AI Technologies
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल के लिए तरह तरह की AI टेक्नोलॉजीज उपलब्ध हैं जिनका इस्तेमाल ज़रूरत के हिसाब से किया जाता है । आइए समझते हैं इन AI technologies को :
1. मशीन लर्निंग :
AI सिस्टम मुख्य रूप से मशीन लर्निंग (ML) का उपयोग करके बनाए जाते हैं, जहां कंप्यूटर डेटा में पैटर्न और संबंधों की पहचान करके बड़े डेटासेट से सीखते हैं।
Neural Network
मशीन लर्निंग, तंत्रिका नेटवर्क (Neural Network) का उपयोग करता है, जो एल्गोरिदम (रूल्स या नियम) हैं जो मानव मस्तिष्क की नकल करते हैं। इन नेटवर्कों में परस्पर जुड़े नोड्स होते हैं जो सूचनाओं को संसाधित (process) करते हैं। इन नोड्स के बीच कनेक्शन को adjust करके, ये नेटवर्क पैटर्न को पहचानना, भविष्यवाणियां करना और गलतियों से सीखना सीख सकता है।
Deep Learning
डीप लर्निंग मशीन लर्निंग का एक पहलू है जो डीप न्यूरल नेटवर्क का इस्तेमाल करता है। इन नेटवर्कों में छिपी हुई एक तरह की परतें होती हैं जो मशीन को डेटा को गहराई से process करने, जटिल पैटर्न की पहचान करने और कनेक्शन बनाने की अनुमति देती हैं।
2. नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP)
एन.एल.पी. कंप्यूटर को मनुष्यों की तरह भाषा को समझना और प्रयोग करना सिखाता है । यह कंप्यूटर विज्ञान, भाषा विज्ञान, मशीन लर्निंग और गहन शिक्षण को जोड़ती है ताकि कंप्यूटर को text और Voice डेटा का विश्लेषण करने में मदद मिल सके। एनएलपी भाषण पहचान, भाषा निर्माण पर केंद्रित है, और इसका उपयोग स्पैम का पता लगाने और आभासी सहायकों के लिए किया जाता है।
3. कंप्यूटर विज़न
कंप्यूटर विज़न फोटो और वीडियो को समझने के लिए मशीन लर्निंग का उपयोग करती है, उनसे जानकारी निकालती है। यह फ़ोटोज़ में आकृतियों और पैटर्न की पहचान करने के लिए Deep learning और दृढ़ न्यूरल नेटवर्क का उपयोग करता है। इस तकनीक का उपयोग फोटो पहचान, वर्गीकरण, वस्तु का पता लगाने और स्व-ड्राइविंग कारों और रोबोट के लिए चेहरे की पहचान जैसे कार्यों में किया जाता है।
AI का इस्तेमाल आज हर क्षेत्र में हो रहा है। चाहे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को आप किसी भी तरीक़े से कहीं भी इस्तेमाल करो, इस तकनीक के काम करने का तरीक़ा एक ही है। सबसे पहले आपको ये निर्धारित करना होगा कि AI की मदद से आप क्या पाना चाह रहे हैं, इसके बाद आपको नियम या दिशा निर्देश तैयार करने होंगे AI मॉडल को उपयुक्त और अनुरूप डेटा प्रदान करना होगा। आपको दिये गये डेटा और रिजल्ट को परखना होगा, अगर सुधार की गुंजाइश रहेगी तो AI को नया डेटा देना होगा या फिर दिशा निर्देशों में बदलाब करना होगा। ऐसा तब तक करना होगा जब ai की मदद से आप सही आउटपुट प्राप्त ना कर लें। इसके बाद भी AI मॉडल लगातार सीखता रहेगा और बेहतर होता रहेगा।
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हालाँकि ये ज़्यादा टेक्निकल विषय था, फिर भी मैंने कोशिश की है कि आसान से आसान शब्दों में आपको AI के काम करने के तरीक़े के बारे में बता सकूँ। अगर आपको अभी भी कोई doubt है तो कृपया कमेंट्स में पूछें, जल्द से जल्द आपके प्रश्न का उत्तर दिया जाएगा।